आज हम महात्मा गांधी हिंदी निबंध पढ़ेंगे। आप Mahatma Gandhi Essay in Hindi को ध्यान से और मन लगाकर पढ़ें और समझें। यहां पर दिया गया निबंध कक्षा (For Class) 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, के विद्यार्थियों के लिए उपयुक्त हैं।
महात्मा गांधी हिंदी निबंध Mahatma Gandhi Essay in Hindi
महात्मा गांधी को ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के अग्रणी नेता के रूप में स्वीकार किया जाता है। इन्हें ‘राष्ट्रपिता’ के सम्मान से नवाजा जाता है। इनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था। महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर, 1869 को गुजरात के पोरबंदर नामक स्थान पर हुआ था। इनके पिता का नाम करमचंद गांधी था। मोहनदास गांधी की माता का नाम पुतलीबाई था, जो करमचंद गांधी की चौथी पत्नी थीं। मोहनदास अपनी माता की अंतिम संतान थे।
मोहनदास गांधी की माता पुतलीबाई अत्यधिक धार्मिक थीं। मोहनदास का लालन-पालन एक वैष्णव परिवार में हुआ था। लेकिन इन पर जैन धर्म का भी गहरा प्रभाव था। इसलिए इन्होंने स्वाभाविक रूप से अहिंसा, शाकाहार, आत्मशुद्धि के लिए उपवास और विभिन्न पंथों को मानने वालों के बीच परस्पर सहिष्णुता को अपनाया।
मोहनदास एक औसत विद्यार्थी थे। ये पढ़ाई और खेल दोनों में ही औसत थे। बीमार पिता की सेवा करना, घरेलू कामों में मां का हाथ बंटाना और समय मिलने पर दूर तक अकेले सैर पर निकलना इन्हें पसंद था। उन्हीं के शब्दों में ‘मैंने बड़ों की आज्ञा का पालन करना सीखा।’
वकालत पढ़ने के लिए ये विदेश गए। इस यात्रा ने इनके सोचने के तरीके को बदला दिया। यहां इन्होंने देखा कि गोरे कैसे रंगभेद को लेकर पक्षपात करते हैं। यहीं उन्होंने देश को आजाद करने का संकल्प लिया। गांधी जी द्वारा लड़ी गई आजादी की अहिंसक लड़ाई के सामने अंग्रेजों को घुटने टेकने पड़े। भारत आजाद हो गया। प्रार्थना से आते हुए गांधी जी की नाथूराम गोडसे ने 30 जनवरी, 1948 को गोली मारकर हत्या कर दी।
वे आज शरीर रूप से हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन सत्य-अहिंसा का उनका दर्शन आज भी समूची मानवता का मार्गदर्शन कर रहा है।