आज हम राष्ट्रीय पशु बाघ पर निबंध पढ़ेंगे। आप Essay on Tiger in Hindi को ध्यान से और मन लगाकर पढ़ें और समझें। यहां पर दिया गया निबंध कक्षा (For Class) 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8 के विद्यार्थियों के लिए उपयुक्त हैं।
Also Read – My Father Essay in Marathi
राष्ट्रीय पशु बाघ पर निबंध Essay on Tiger in Hindi
भारत का राष्ट्रीय पशु बाघ है। बाघ शब्द संस्कृत के व्याघ्र का तद्भव रूप है। इसका वैज्ञानिक नाम पेंथेरा टाइग्रिस है। इसका शरीर काफी मजबूत होता है। बाघ का संबंध बिल्ली के परिवार से होता है। बाघ का रंग पीला, हल्का भूरा होता है, जिस पर काली धारियां होती हैं। इसकी पूंछ लंबी होती है। इसके चार पैर होते हैं। इसके दांत बड़े एवं पैने होते हैं। इसके पंजों में नुकीले नाखून होते हैं। यह 7 फीट की ऊंचाई तक छलांग लगा सकता है।
पुराणों में इसे शक्ति का प्रतीक माना गया है। वन्य जीवों पर अनुसंधान करने वालों के अनुसार बाघ बहुत समझदार और शातिर किस्म का वन्य प्राणी है। किसी जमाने में इसे अपना निशाना बनाना शिकारियों के लिए बहुत बड़ी चुनौती हुआ करती थी। इसकी समझदारी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि थोड़ा-सा भी खतरे का अहसास होने पर यह अपने दैनिक मार्ग को भी बदल लेता है।
पूरे विश्व में इनकी कुल संख्या छह हजार है, जिसमें 4 हजार तो भारत में ही हैं। दिनोदिन घटती संख्या के कारण भारत में बाघ का शिकार भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया है। अप्रैल 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर (बाघ परियोजना) शुरू की गई थी। इसके परिणाम सामने आए हैं। अब इनकी संख्या में वृद्धि हुई है।
तिब्बत, श्रीलंका और अंडमान निकोबार द्वीप-समूह को छोड़कर एशिया के अन्य सभी भागों में बाघ पाया जाता है। यह भारत, नेपाल, भूटान, कोरिया, अफगानिस्तान और इंडोनेशिया में अधिक संख्या में पाया जाता है। यह 13 फीट लंबा और 300 किलो वजनी हो सकता है। बाघ को वन, दलदली क्षेत्र तथा घास के मैदानों के पास रहना पसंद है। इसका आहार मुख्य रूप से सांभर, चीतल,जंगली सूअर, जंगली भैंसा एव हिरण इत्यादि हैं।