आज हम स्वतंत्रता दिवस पर निबंध पढ़ेंगे। आप Essay on Independence Day in Hindi को ध्यान से और मन लगाकर पढ़ें और समझें। यहां पर दिया गया निबंध कक्षा (For Class) 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8 के विद्यार्थियों के लिए उपयुक्त हैं।
स्वतंत्रता दिवस पर निबंध Essay on Independence Day in Hindi
15 अगस्त, 1947 का दिन हमारे देश भारत के लिए भाग्योदय का दिन था। इसी दिन 45 करोड़ भारतीयों को विदेशी दासता से मुक्ति मिली थी। बस तब से ही प्रत्येक भारतीय 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस-राष्ट्रीय पर्व’ के रूप में मनाता आ रहा है। महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, लोकमान्य तिलक, सरदार वल्लभ भाई पटेल, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, दत्त, पाल व भगतसिंह आदि वीरों ने स्वतंत्रता संग्राम की इस चिंगारी को हवा दी थी।
एक दिन सुलग-सुलग कर वही चिंगारी शोला बन गई। विदेशी सरकार के अत्याचारों ने अग्नि में घी का काम किया। स्वतंत्रता हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है’, ‘अंग्रेजो, भारत छोड़ो’ के नारों और अगस्त 1942 की क्रांति ने मानो ब्रिटिश सरकार की जड़ों को खोखला कर दिया और आखिर उन्हें भारत को छोड़ने पर विवश होना पड़ा। दुख उठाने के बाद जो स्वतंत्रता मिलती है, उसका बहुत मान होता है। इसी कारण प्रत्येक भारतीय प्रतिवर्ष 15 अगस्त के पावन पर्व को बड़ी धूमधाम से मनाता है।
सुख-शांति, स्वतंत्रता और समृद्धि का प्रतीक यह ‘दिवस’ भारत के कोने-कोने में मनाया जाता है। इस दिन जगह-जगह सभाएं की जाती हैं और अशोक चक्र से चिह्नित तिरंगे ध्वज का लोग अभिवादन करते हैं। प्रत्येक राज्य के नेतागण इन समारोहों में भाषण देते हैं और लोगों को राष्ट्र की गतिविधियों से परिचित कराते हैं। इस दिन प्रधानमंत्री देश के नागरिकों को विशेष रूप से संबोधित करते हैं, जिसमें देश की उपलब्धियों और भावी योजनाओं की जानकारी भी होती है।
स्कूलों और विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं में युवकों-युवतियों को स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित घटनाओं और उसके लिए अपना बलिदान करने वालों के बारे में जानकारी दी जाती है। संविधान के अनुसार अपने कर्तव्यों और अधिकारों के लिए भी विभिन्न स्तर पर देश के नागरिकों को जाग्रत करने का प्रयास किया जाता है। इस दिन सरकारी सार्वजनिक अवकाश रहता है।