बाल दिवस पर निबंध Essay on Children’s Day in Hindi

आज हम बाल दिवस पर निबंध पढ़ेंगे। आप Essay on Children’s Day in Hindi को ध्यान से और मन लगाकर पढ़ें और समझें। यहां पर दिया गया निबंध कक्षा (For Class) 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8 के विद्यार्थियों के लिए उपयुक्त हैं।

Essay on Children’s Day in Hindi

बाल दिवस पर निबंध Essay on Children’s Day in Hindi

भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन-14 नवंबर को पूरा देश ‘बाल-दिवस’ के रूप में मनाता है। पहली बार इसे सन् 1964 में नेहरू जी की मृत्यु के बाद मनाया गया था। नेहरू जी बच्चों से बहुत प्यार करते थे। बच्चों के बीच इसीलिए वे ‘चाचा नेहरू’ के नाम प्रसिद्ध थे। नेहरू जी का मानना था कि ‘देश का सच्चा धन बच्चे ही हैं। वे ही कल के नेता हैं।’ वे उनमें भारत के भविष्य की तसवीर देखा करते थे।

इस दिन बच्चे प्रात:काल सज-धज कर अपने प्रिय चाचा के निवास स्थान पर जाते थे और उन्हें जन्मदिन की बधाई देते थे। उस समय चाचा नेहरू बच्चों में इतने घुलमिल जाते थे कि वे भूल जाते थे कि वे भारत के प्रधानमंत्री हैं। सायंकाल के समय नेशनल स्टेडियम में बच्चों द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होता था। वे कहते थे कि ‘बच्चों की आत्मा क्योंकि पवित्र होतो है, इसीलिए बच्चों के साथ समय बिताने के बाद मैं स्वयं को तरोताजा महसूस करता हूं।’

आज बच्चों के प्यारे चाचा नेहरू नहीं रहे, फिर भी बच्चे प्रतिवर्ष उनकी याद को ताजा करने के लिए उनके जन्मदिन को बाल-दिवस के रूप में मनाते हैं। इस दिन प्रत्येक स्कूल में समारोह किए जाते हैं। बच्चे नृत्य, गीत, नाटक आदि रोचक कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। चाचा नेहरू की जीवनी पर प्रकाश डालते हैं। वे देश सेवा की प्रतिज्ञा दोहराते हैं।

स्कूलों में मिठाइयां बांटी जाती हैं, प्रदर्शनियां लगाई जाती हैं, इनाम दिए जाते हैं। बच्चे चाचा नेहरू को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने का व्रत लेते हैं तथा अंत में ‘चाचा नेहरू अमर रहें’ के नारों से आकाश गूंज उठता है। इस दिन राज्य और केंद्र सरकार की ओर से बच्चों के विकास और उनकी उन्नति से संबंधित योजनाओं और कार्यक्रमों की विधि वत घोषणा भी की जाती है।


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